Reseña del libro "Vikiran Aur Cellphone (en Hindi)"
विकिरण का सुसंयत और नियंत्रित उपयोग चिकित्सीय निदान और उपचार, खाद्य पदार्थों के परिरक्षण व प्रसंस्करण, औद्योगिक/विकिरण विज्ञान, शल्य चिकित्सा के यंत्रों व उपकरणों के निर्जर्मीकरण एवं कृषि अनुसंधान जैसे मानव जाति के लिए अनेक कल्याणकारी कार्यों में किया जाता है। दूसरी ओर नाभिकीय आयुधों के अविवेकपूर्ण और अनियंत्रित उपयोग से संपूर्ण मानव-जाति तथा अन्य प्राणि वर्ग एवं मानव सभ्यता कुछ ही मिनटों में समूल नष्ट हो सकती है। बढ़ते औद्योगिकीकरण, शहरीकरण के फलस्वरूप सूक्ष्म तरंग विकिरण (माइक्रोवेव विकिरण) का प्रकोप बढ़ रहा है। वर्तमान में मोबाइल फोन (सेलफोन) का प्रादुर्भाव होने से इससे होनेवाले रोगों की संख्या में भी निरंतर वृद्धि हो रही है। इस लोकोपयोगी पुस्तक में विकिरण और सेलफोन से संबंधित यथासंभव समस्त जानकारी, यथा-विकिरण की प्रारंभिक जानकारी एवं मिथक, पुरातन परिदृश्य, वर्गीकरण, मापन, रेडियोएक्टिवता, विकिरण के स्रोत, रेडियो आइसोटोप एवं उनके उपयोग, मानव शरीर में विकिरणशील तत्त्व, विकिरण उद्भासन, विद्युत् चुंबकीय विकिरण, दूरसंचार, मोबाइल फोन, इसका विकास, सैटेलाइट फोन, विभिन्न प्रकार के मोबाइल फोन, सेलफोन, इसकी विश